Menu
blogid : 6178 postid : 1069876

आरक्षण एक वरदान या एक श्राप …

Amargyan
Amargyan
  • 18 Posts
  • 107 Comments

आरक्षण एक वरदान या एक श्राप …

मुद्दा बस आरक्षण का है या कुछ और ही , ये तो सब का अपना अपना नजरिया है | कभी तो वरदान साबित होती है तो कभी श्राप | किसी का हुआ लाभ तो किसी का हुआ हानि | आम आदमी से ले कर सरकार तक के लिए है सर दर्द .

क्या आरछण यही सोच कर लागू किया गया था . जो आज हो रहा है . मुझे ज्यादा पुरानी बाते तो नहीं पता .
पर अभी हल ही में हार्दिक इफ़ेक्ट तो आप सब ने देखा ही होगा . कुछ दिनो पहले गुर्जर रिजर्वेशन मांग आप ने देखा ही होगा .या सुना होगा .

ज्यादा कमेंट तो मैं करना नहीं चाहता पर , क्या आप को नहीं लगता आरक्षण के मुदद्दे पर सरकार को फिर से रिव्यु करना चाहिए .
की किसको कितनी जरूरत है , और किस आधार पे ये आरक्षण देना चाहिए | अगर जाती से आरक्षण चलता रहा तो ये किसी के लिए वरदान तो किसी के श्राप साबित होता रहेगा |
आज ये तो कल वो अपनी जाती के लिए आरक्षण के मांग करेगा ,हड़ताल और बंद का आव्हान करेगा |

आप आरक्षण दिजिये और जरुरी भी है . बहुत सरे दबे , कुचले , और शोषित जान समूह है उन्हें मिलना चाहिए |
उनकी जीवन यापन , उनकी एजुकेशन , उनके सामाजिक लेवल को बढ़ाने के लिए आरक्षण मिलना चाहिए . तभी ये सही मायने में वरदान साबित होगा |

अन्यथा कोई स्वार्थवश , तो राजनितवश इसे अपने रंग रंगता रहेगा , और न जाने कितनी बसे , दुकाने जलती रहेंगी ,
न जाने कितने लोग भूखे सोते होंगे |

img from google

img from google

इतना ही नहीं इसमें मनी एंड टाइम दोनों का हानि होता है , उन हजारो लोगो का जो रस्ते में बंद का शिकार होते है , कोई ट्रेन में फसा है तो कोई बस में |
कितना दुस्वार हो जाता है वो टाइम जब वो वीरान जगह फस जाता है |
बस ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता …
आप को मांग करनी ही है तो जनहित याचिका दायर करिये | शांति से अपने मांग सरकार को दे | आप की भी सुनी जाएगी |
तोड़ फोड़ और हिंसा के राह पे चल कर , ट्रेन रोक कर उसकी पटरियों को उखाड़ कर विरोध प्रदर्शन करना |

img from google
img from google

ये कतई सही नहीं है ना आप के लिए न ही देश के विकाश के लिए ..

थैंक्स .

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply